हमसे एक व्यक्ति ने पूछा
क्याआपने दिल्ली देखी है ।
हमने कहा जी नहीं ,सुनी है ।
दिल्ली के बारे में ,बहुत बातें गुनी है ,
दिल्ली दिन दुनी रात चौगुनी है ।
संसद में असंसदीय लोगों के आ जाने से सौ गुनी है,
दिल्ली से ही देश में चमत्कार होता है ,
दिल्ली के हस्ताक्षर से विश्व व्यापार होता है ।
दिल्ली द्वारा देश में नर संघार होता है ,
दिल्ली से ही देश का बलात्कार होता है ।
उसने मुझे डाटा ,
मारा एक चांटा ,
बोला अब ऐसी बात मत कहना ,
दिल्ली देश की शान है ,
भारत का अभिमान है ।
विश्व की सर्वोच्च संसद होने से ,
विश्व में महान है ।
मैं उसी दिन से इस देश के रहनुमाओ को ,
ललकार रहा हूँ ,
बार बार धिक्कार रहा हूँ ,
फ़िर भी सभी मौन है ।
कोई नही बताता हमारी
असली दिल्ली कौन है
विजय विनीत
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अच्छा प्रयास
ReplyDeleteशुभकामनायें
असली दिल्ली नेताओं की जेब में रहती है...बहरी है
ReplyDeleteबेहद नाराज़ हो मित्र..
ReplyDeleteसुस्वागतम्.......
achha laga
ReplyDeletebadhai!
dilli dil walon kee. narayan narayan
ReplyDeleteअसली दिल्ली कुर्सी वालों की है..
ReplyDeletebahut khub
ReplyDeleteArun Devgatikar